Apr 8 2014 (Nana-ke-Bol) On Ram Navmi… श्री रामचन्द्र जी के जन्म दिन पर कर लो उन्हें प्रणाम बोलो राम-राम-राम, बोलो राम-राम-राम । माता पिता के आज्ञाकारी ज्ञानवान और शक्तिधारी प्रसन्न वदन और सदाचारी जन-जन के थे वह हितकारी रामचन्द्र गुण ग्रहण करो कर लो उनका गान बोलो राम-राम-राम, बोलो राम-राम-राम । उनका जीवन बड़ा निराला भ्रातृ प्रेम समझाने वाला माया मोह छुड़ाने वाला सुख-दुःख में साथ निभाने वाला उनको आदर्श मान कर मन में कर लो उनका ध्यान बोलो राम-राम-राम, बोलो राम-राम-राम । ऊँच नीच न माने भाई जन-जन को इज़ज़त दिलवाई प्रजा रहे सदा सुख दाई अपनी मर्यादा सदा निभाई मर्यादा पुरुषोत्तम राम से सीखो करना अच्छा कम बोलो राम-राम-राम, बोलो राम-राम-राम ।
Apr 7 2014 (Nana-ke-Bol) On Navratri… चैत्र-मास के शुक्ल पक्ष ने जब ‘नव-वर्ष'(1) में प्रवेश किया नई-नई कोपलों के संग पेड़ों पर प्रकृति ने श्रृंगार किया | किसानों की फसलों ने पक कर उज्जवल भविष्य का इज़हार किया नव-सृजन के मातृत्व-रूप को देख तब मानव ने प्रणाम किया | ‘माँ’ भगवती के नौ रूपों का नवरात्री में आह्वान किया मन-वाणी को शुद्ध किया सात्विक भाव स्वीकार किया | बुराइयों को दूर भगाकर मानवता से प्यार किया | ————————————————————– (१) “२०६७ वर्ष पूर्व विक्रमादित्य ने इस दिन ‘विक्रम संवत्सर’ का प्रारम्भ किया भारतीय नव-वर्ष रूप में तब सब ने इस को भी सम्मान दिया
Apr 7 2014 FUN & GAMES: Fun with Elections! (Answers) Here are the answers to yesterday’s quiz. Hope you had fun. Parth
Apr 3 2014 (Nana-ke-Bol) Why is the needle bigger than the scissors? एक दर्ज़ी था बड़ा निराला करता था वह अजब सिलाई सारे उसकी कारीगिरी देख कर करते उसकी खूब बढ़ाई | उस की एक आदत थी न्यारी आश् चर्य में डाले सब को भाई ‘सुई’ को टोपी पर टांके पर रखता ‘कैंची’ पैर दबाई | हैरानी से लोगों ने पूछा ऐसा क्यों करते हो भाई दर्ज़ी ने तब सुन्दर शब्दों में लोगों को यह बात समझाई | ‘सुई से हम जोड़ना सीखें’ ‘कैंची की कट’ है दुःखदाई जोड़ने वाले को इज़ज़त करके उसको ऊपर जगह दिलाई काटने वाले से चौकस रेह्कर वश में रखता उसको भाई | ‘जिसने मिलाने का गुर सीखा’ छोटा होकर भी बढ़ जाई ‘काटने वाला’ ज़रूरी हो तब भी वैसी इज़ज़त कभी न पाई |